रिश्तो के बजार में आजकल..
वो लोग हमेशा अकेले पाये जाते हैं,
सहाब जो दिल और जुबान के सच्चे होते हैं.
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
रिश्तो के बजार में आजकल..
वो लोग हमेशा अकेले पाये जाते हैं,
सहाब जो दिल और जुबान के सच्चे होते हैं.