जिस के होने से मैं खुद को
मुक्कमल मानता हूँ
मेरे रब के बाद
मैं बस मेरी माँ को जानता हूँ !!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जिस के होने से मैं खुद को
मुक्कमल मानता हूँ
मेरे रब के बाद
मैं बस मेरी माँ को जानता हूँ !!!