ज़ख्मो पे मुस्कुराने लगे

आज वो अपने होके भी बेगाने लगे ,
मानो हवा के ठन्डे झोके हमे जलाने लगे एक आह पे मेरी गिरते थे जिनके हजारो आंसू ,
आज वो भी मेरे ज़ख्मो पे मुस्कुराने लगे

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