by pyarishayri - Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 19, 2017 जहाँ उम्मीद थी जहाँ उम्मीद थी वहीं से ख़ाली हाथ आये, बबूल से बुरे निकले तेरे गुलमोहर के साये !