by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 6, 2016 एक ही समानता है एक ही समानता है पतंग औऱ जिन्दगी मॆं, ऊँचाई में हो तब तक ही “वाह-वाह” होती हैं….!!