by pyarishayri - Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, प्यार शायरी, शायरी - December 19, 2015 साफ़ दिल से साफ़ दिल से मुलाक़ात की आदत डलों यारों क्यूँ की घुल हटती है तो अाईने भी चमक उठते है