शूल क्या चुभेगा जनाब जो बातें चुभ जाती है .
याद आ आ कर बातें जख़्म हरा कर जाती है …..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
शूल क्या चुभेगा जनाब जो बातें चुभ जाती है .
याद आ आ कर बातें जख़्म हरा कर जाती है …..!!