फूलों को मैं बिछाऊं…
कहां है मेरी बिसात..
कांटे उठा लिए हैं मगर …
मैने तेरी राह के…!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
फूलों को मैं बिछाऊं…
कहां है मेरी बिसात..
कांटे उठा लिए हैं मगर …
मैने तेरी राह के…!!