यह आँसूं तुम्हारे दिए हैं, इनसे नादानी नहीं होगी
यह ताउम्र आँख मैं ही रहेंगे, उससे बाहर न आयेंगें
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यह आँसूं तुम्हारे दिए हैं, इनसे नादानी नहीं होगी
यह ताउम्र आँख मैं ही रहेंगे, उससे बाहर न आयेंगें