by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 15, 2016 जितना क़रीब था.. मिलना था इत्तेफ़ाक़, बिछरना नसीब था…वो इतना दूर हो गया जितना क़रीब था..