रिश्तों की डोरी तब कमजोर होती है जब इंसान ग़लतफहमी में
पैदा होने वाले सवालों का जवाब खुद ही बना लेता है !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
रिश्तों की डोरी तब कमजोर होती है जब इंसान ग़लतफहमी में
पैदा होने वाले सवालों का जवाब खुद ही बना लेता है !