by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Shayri-E-Ishq, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 29, 2016 तलब ऐसी की बसा लूँ तलब ऐसी की बसा लूँ साँसों में तुम्हें.. और किस्मत ऐसी की… दीदार के भी मोहताज है….!!