by pyarishayri - Hindi Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 1, 2016 ए ज़िन्दगी तेरे ए ज़िन्दगी तेरे जज़्बे को सलाम, पता है कि मंज़िल मौत है, फिर भी दौड़ रही है…!