उम्र ने तलाशी ली,
तो जेबों से लम्हे बरामद हुए.
कुछ ग़म के,
कुछ नम थे,
कुछ टूटे,
कुछ सही सलामत थे..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उम्र ने तलाशी ली,
तो जेबों से लम्हे बरामद हुए.
कुछ ग़म के,
कुछ नम थे,
कुछ टूटे,
कुछ सही सलामत थे..!!