by pyarishayri - Shayari, Shayri-E-Ishq, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - June 15, 2016 ज़रा सम्भाल कर ज़रा सम्भाल कर रखियेगा इन्हे…रिश्ते हैं, कपड़े नहीं, कि रफ़ू हो जायें…!