by pyarishayri - लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 28, 2016 हर दिन नया है हर दिन नया है हर रात निराली है माँ बाप का प्यार पा लो तो हर रोज दिवाली है…..