by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, दर्द शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 10, 2016 सब लोग अपने सब लोग अपने अपने ख़ुदाओं को साथ लाए थे, एक हम ऐसे थे कि जिस का कोई ख़ुदा ही न था।