by pyarishayri - Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, गरूर शायरी, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - February 28, 2017 जुदाई की शाम आई थी अभी अभी जो जुदाई की शाम आई थी हमें अजीब लगा ज़िन्दगी का ढल जाना|