by pyarishayri - गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, बेवफा शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 20, 2017 क्यों एक दुआ में क्यों एक दुआ में अटक के रह गया है दिल, क्यों तेरे सिवा कुछ और माँगा नही जाता|