by pyarishayri - जिंदगी शायरी, दोस्ती शायरी, पारिवारिक शायरी, प्रेणास्पद शायरी, हिंदी शायरी - July 7, 2015 किस्मत की लकीरें भी ये क्या हो गई किस्मत की लकीरें भी ये क्या हो गई….. हाथों से छूटी और गुमनाम राहें हो गई..