by pyarishayri - Facebook Status, Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - February 22, 2017 आख़िरी उम्र में आख़िरी उम्र में कैसे मैं ग़मों को छोडूँ.. यह मेरे साथ रहें हैं सगे भाई की तरह !