करूँ क्या मै फरियाद अपनी ज़ुबो से ,
गिरे टूटकर बिजलियो आसमां से ,
मै अश्क़ों मे सारे जहॉ को बहा दूँ ,
मगर मुझको रोने की आदत नही हैं|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
करूँ क्या मै फरियाद अपनी ज़ुबो से ,
गिरे टूटकर बिजलियो आसमां से ,
मै अश्क़ों मे सारे जहॉ को बहा दूँ ,
मगर मुझको रोने की आदत नही हैं|