कोई ले रहा मजे बरिश मे भीग कर!!
कोई रो रहा बरिश से बरबाद होकर”
आखिर लिखूं तो क्या लिंखू
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कोई ले रहा मजे बरिश मे भीग कर!!
कोई रो रहा बरिश से बरबाद होकर”
आखिर लिखूं तो क्या लिंखू