चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं,
जब देखने की तमन्ना हो तो नजर ही नही आता….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दो लफ्ज उनकी तारीफ मे क्या बोल दिए
मौसम ने भी आज अपना मिजाज ही बदल लिया
वो जवाब मांगते हैं कि हमें भूल तो नही जाओगे…?
जवाब मैं क्या दूँ , जब सवाल ही पैदा नहीं होता..
सुनो ये तमाम चेहरे तुम्हे गुमराह कर देंगें
तुम बस मेरे दिल में रहो ये दिल है तुम्हारा
जिंदगी एक पल है,
जिसमें न आज है न कल है,
जी लो इसको इस तरह,
कि जो भी आपसे मिले वो यही कहे,
बस यही ‘मेरी’ जिंदगी का सबसे हसीन पल है.
बक्श दें प्यार की गुस्ताख़ियां
दिल ही क़ाबू में नहीं हम क्या करे
में जो समझता हु और हर कोई नहीं समझता और
जो लोग समझते है वो मुझे नहीं समझना.