मन को बस

मन को बस थोडा सा मीठा कर लो क्योकि…..
इस धरा का …
इस धरा पर ही धरा रह जायेगा…

ऐसा ही प्यार रहेंगा

LOVE का सूक्ष्म विश्लेषण..
अगर आकर्षण वाला हैं तो एक शारीरिक सुख के बाद नहीं रहेगा,
पर रूह वाला होगा तो ताउम्र ऐसा ही प्यार रहेंगा !!

जिंदगी तो ऐसे

जिंदगी तो ऐसे चलती रहेगी
मगर
कुछ अलग हो जाये तो क्या बात है….
नहीं भरने मुझे रंग तरह तरह के हर जगह
मगर
कोई आके मेरे दिल में रंगोली बना जाये तो क्या बात है….
नहीं कहना मुझे कुछ किसी से कभी
मगर
कोई बिना कहे सब कुछ समझ जाये तो क्या बात है…..
काफी जाने पहचाने चेहरे मिलते हैं मुझे रोज यहाँ
मगर
अचानक से कोई अनजान चेहरा मेरे सामने आके मुस्करा जाए तो क्या बात है…..
जितना है हर कोई खुद के लिए यहाँ
मगर
कोई जिंदादिल किसी और के लिए दफ़न हो जाये तो क्या बात है….
ऐसे तो कुछ लिखना मुझे आता नहीं
मगर
ये लिखा हुआ आपको पसंद आ जाये एक बार कहना जरूर क्या बात है…

गलती इतनी हुई

गलती इतनी हुई
की तुझें जान से ज्यादा चाहने
लगे हम
क्या पता था की मेरी इतनी परवाह
तुझें
लापरवाह कर देगी!

तुझे पा नहीं सकते

तुझे पा नहीं सकते तो सारी ज़िन्दगी तुझे प्यार करेगें…….
ये ज़रूरी तो नहीं जो मिल न सकें उसे छोड़ दिया जाये.!!!!!!