जिसे अपना चाँद

मैं जिसे अपना चाँद समझता था…
उसने मोहल्ले के आधे से ज्यादा लड़के अंतरिक्ष यात्री बना रखे थे।

रिश्तों में विश्वास

अपनी कमजोरियां उन्ही लोगों को बताइये,

जो हर हाल में आपके साथ मजबूती से खड़े होना जानते है”

” क्यूँकि रिश्तों में विश्वास
,
और मोबाईल में नेटवर्क ना हो,
.
.
तो लोग Game खेलना शुरू कर देते हैं !!

रात भर चलती

रात भर चलती रहती है अब
उंगलियाँ मोबाईल पर…!
किताब सीने पर रखकर सोये हुए तो
एक जमाना गुजर गया….!!!