मुद्तों के बाद

मुद्तों के बाद उसको किसी के साथ खुश देखा तो एहसास हुआ …

काश की उसको बहुत पहले हे छोड़ दिया होता ..

उर्दू न समझी

उन्होंने उर्दू न समझी न पढ़ी
उनका उर्दू पे ये एहसान रहा
ऐसे हालात में कह पाना ग़ज़ल
यक़ीनन सख़्त इम्तेहान रहा

बर्फ से पुछा

कीसी ने बर्फ से पुछा की,
आप इतने ठंडे क्युं हो ?

बर्फ ने बडा अच्छा जवाब दिया :-

” मेरा अतीत भी पानी;
मेरा भविष्य भी पानी…”

फिर गरमी किस बात पे रखु ??