सुना है सब कुछ मिल जाता है खुदा कि दुआ से ,
मिलते हो अब खुद या मांग लू तुम्हें खुदा से ?
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सुना है सब कुछ मिल जाता है खुदा कि दुआ से ,
मिलते हो अब खुद या मांग लू तुम्हें खुदा से ?
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है।
उन्हे कैसे समझाऊ की एक ख्वाब अधुरा है मेरा…
वरना जीना तो मुझे भी आता है.
Zindagi Tasveer bhi hai
Aur Taqdeer bhi…
Farq to Rango ka hai…
Manchahe Rango se bane
to Tasvir,
Aur Anjaane Rango se bane
to Taqdir…
जुबाँ न भी बोले तो,
मुश्किल नहीं…
फिक्र तब होती है जब…
खामोशी भी बोलना छोड़ दें…।।
जख्म छुपाना भी एक हुनर है,
वरना, यहाँ हर मुठ्ठी में नमक है
ज़हर का सवाल नहीं था
वो तो में पी गया
तकलीफ़ लोगों को ये थी
की में जी गया ।
कौन कम्बख्त मोबाईल की परवा करता है?
यहाँ तो दिल हैंग हो गया है…
जहर …
मरने के लिए थोडा सा.. !
लेकिन
जिंदा रहने के लिए ……. बहुत
सारा पीना पड़ता है
ना वो मिलती है ना में रुकता हु..
पता नहीं रास्ता गलत है या मंजिल
रात रोने से कब घटी साहब
बर्फ़ धागे से कब कटी साहब
सिर्फ़ शायर वही हुए जिनकी
ज़िंदगी से नहीं पटी साहब..