सुविचारों का असर

सुविचारों का असर इसलिए नहीं होता
क्योंकि लिखने वाले और पढने वाले
दोनों यह समझते है की ये दूसरों के लिए है।

बदन के घाव

बदन के घाव दिखाकर जो अपना पेट भरता है,
सुना है वो भिखारी जख्म भर जाने से डरता है।