न पूछ देख के कितना मलाल होता है
जो ख़्वाब देखने वालों का हाल होता है|
Tag: व्यंग्य
मुझे अपने दिल की
मुझे अपने दिल की औकात तो नहीं मालूम,
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मगर
जहां तुम समाये हो,वो दिल कोई आम नहीं होगा…!
जिंदगी से आप जो भी
जिंदगी से आप जो भी बेहतर से बेहतर ले सको वो लेलो,
क्योंकि जिंदगी जब लेना शुरू करती है सांस भी बाकी नहीं छोडती |
ऐ जिंदगी तू सच में
ऐ जिंदगी तू सच में बहुत खूबसूरत है…
फिर भी तू मेरे दोस्त के बिना अच्छी नही लगती..!!
दिलों में रहना सिखो
दिलों में रहना सिखो,
घर में तो सभी रहते हैं…
महसूस जब हुआ कि
महसूस जब हुआ कि सारा शहर, मुझसे जलने लगा है, तब समझ आ गया कि अपना नाम भी, चलने लगा है |
वो लोग भी चलते है
वो लोग भी चलते है आजकल तेवर बदलकर … जिन्हे हमने ही सिखाया था चलना संभल कर…!
वक़्त की रफ़्तार रुक गई
वक़्त की रफ़्तार रुक गई होती;
शर्म से आँखे झुक गई होती;
अगर दर्द जानती शमा परवाने का;
तो जलने से पहले बुझ गई होती।
लोगों की नजरो मे
लोगों की नजरो मे हमारी कोई कीमत ना हो,
लेकिन कोई तो होगा जो, हमारा हाथ पकड़ कर खुद पर नाज़ करेगा..
मुस्कुराते रहोगे तो
मुस्कुराते रहोगे तो दुनिया आपके क़दमों में होगी;
वरना आंसुओं को तो तो आँखें भी जगह नहीं देती।