मैं चलता रहा

मुझे मालूम था कि वो रास्ते कभी मेरी मंजिल तक नहीं जाते थे,
फिर भी मैं चलता रहा, क्यूँ कि उस राह में कुछ अपनों के घर भी आते थे…

तेरी याद से

तेरी याद से होती है मेरे दिन की शुरूआत …
फिर कैसे मैं कह दूँ कि मेरा दिन खराब है…॥