पूछ रहे हैं वो

पूछ रहे हैं वो मेरा हाल, जी भर रुलाने के बाद!
के बहारें आयीं भी तो कब? दरख़्त जल जाने के बाद!

मेरे वजूद मे

मेरे वजूद मे काश तू उतर जाए
मे देखु आईना ओर तू नजर आए
तू हो सामने और वक्त्त ठहर जाए,

ये जिंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुजर जाए

जब तक ये दिल

जब तक ये दिल तेरी ज़द में है
तेरी यादें मेरी हद में हैं।
तुम हो मेरे केवल मेरे ही
हर एक लम्हा इस ही मद में है ।
है दिल को तेरी चाह आज भी
ये ख्वाब ख्वाहिश-ऐ- बर में है ।
मुहब्बत इवादत है खुदा की
और मुहोब्बत उसी रब में है।

जब तक ये दिल

जब तक ये दिल तेरी ज़द में है
तेरी यादें मेरी हद में हैं।
तुम हो मेरे केवल मेरे ही
हर एक लम्हा इस ही मद में है ।
है दिल को तेरी चाह आज भी
ये ख्वाब ख्वाहिश-ऐ- बर में है ।
मुहब्बत इवादत है खुदा की
और मुहोब्बत उसी रब में है।