इंतज़ार रहता है

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में,
कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा….

जख्म तो हम भी

जख्म तो हम भी अपने दिल में बहुत गहरे रखते हैं
मगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं..!!

ये हर सुबह

ये हर सुबह इश्क के जलसे
ये हर रात जुदाई के जुलुस …
ये बेरोजगार शायर बनना
तुम्हारे नौकरी जितना आसान थोड़े है ।

अगर किसी दिन

अगर किसी दिन रोना आये ‘ तो आ जाना मेरे पास ….
हँसने का वादा तो नही करता ‘ मगर रोउंगा जरूर तेरे साथ|