ये हर सुबह

ये हर सुबह इश्क के जलसे
ये हर रात जुदाई के जुलुस …
ये बेरोजगार शायर बनना
तुम्हारे नौकरी जितना आसान थोड़े है ।

जीत रहा हूँ

जीत रहा हूँ लाखो लोगो का दिल ये शायरी
करके
लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितना
अकेला हूँ|

अगर किसी दिन

अगर किसी दिन रोना आये ‘ तो आ जाना मेरे पास ….
हँसने का वादा तो नही करता ‘ मगर रोउंगा जरूर तेरे साथ|