वो ना कुछ कहे

वो ना कुछ कहे चली गयी,

हम ना कुछ सुने थम गए,

इसी चाह मे ऐ दिल ऐ करवा,

तु ले चल मुझे ना कुछ

कहे ना बिन सुने…

गुरुर-ए-हुस्न

गुरुर-ए-हुस्न की मदहोशी में,

उनको ये भी नहीं खबर;

कौन चाहेगा सिवा मेरे,

उनको उम्र ढल जाने के बाद !!……