काश तुझ पर

काश तुझ पर भी लागु होता

सुचना का अधिकार ऐ जिंदगी..

मुझे तुझसे भी कई सवाल-जवाब करने थे…

बरसती फुहारों में

बरसती फुहारों में भीग कर आराम सा लगता है
किसी फरिश्ते का नशीला भरा जाम सा लगता है
अक्सर देखता हूं मतलब में भागती इस दुनिया को
हर शख्स यहाँ बईमान सा लगता है |