याद से जाते नहीं

याद से जाते नहीं, सपने सुहाने और तुम,
लौटकर आते नहीं, गुज़रे ज़माने और तुम,
सिर्फ दो चीज़ें कि जिनको खोजती है ज़िंदगी,
गीत गाने, गुनगुनाने के बहाने और तुम..

याद मत आओ

खनक उठें न पलकों पर कहीं जलते हुए आँसू,, तुम इतना याद मत आओ के सन्नाटा दुहाई दे..!

ख़ामोशी फितरत हमारी

समंदर सारे शराब होते तो
सोचो कितने फसाद होते,
हकीक़त हो जाते ख्वाब सारे तो
सोचो कितने फसाद होते..

किसी के दिल में क्या छुपा है
बस ये खुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनक़ाब होते तो
सोचो कितने फसाद होते..

थी ख़ामोशी फितरत हमारी
तभी तो बरसों निभा गई,
अगर हमारे मुंह में भी जवाब होते
तो सोचो कितने फसाद होते..

हम अच्छे थे पर लोगों की
नज़र मे सदा रहे बुरे,
कहीं हम सच में खराब होते तो
सोचो कितने फसाद होते….. !!!!

जिंदगी देकर भी

खरीद सकते उन्हें तो
अपनी जिंदगी देकर भी खरीद लेते ,
पर कुछ लोग “कीमत” से नही
“किस्मत” से मिला करते हैं…