मेरा नसीब है

तेरा हिज्र (जुदाई ) मेरा नसीब है,
तेरा गम ही मेरी हयात (किस्मत) है,
मुझे तेरी दूरी का गम हो क्यों,
तू कही भी हो मेरे साथ है…

बर्फ से पुछा

कीसी ने बर्फ से पुछा की,
आप इतने ठंडे क्युं हो ?

बर्फ ने बडा अच्छा जवाब दिया :-

” मेरा अतीत भी पानी;
मेरा भविष्य भी पानी…”

फिर गरमी किस बात पे रखु ??

काश कही से

काश कही से मिल जाते वो अलफ़ाज़ हमे भी,
जो तुझे बता सकते कि हम शायर कम,
तेरे आशिक ज्यादा हैं…..!!