बीता हुआ कल

बीता हुआ कल जा चुका है, उसकी मीठी याद में ही खुश हूँ
आने वाले कल का पता नहीं, इंतजार में ही खुश हूँ

जिन्दगी में गम है

किसी ने गालिब से पुछा
कैसे हो ?
गालिब ने हंस कर कहा-

जिन्दगी में गम है,
गम में दर्द है,
दर्द में मज़ा है. .
और ..

मजे में हम हैं ।