शहर का रिवाज

हम नहीं सीख पा रहे ये तेरे शहर का रिवाज ।
जिससे काम निकल जाये उसे जिन्दगी से निकाल दो ।

लिख दे मेरा

लिख दे मेरा अगला जन्म भी उसके नाम पर,
ए खुदा…
ईस जन्म मेँ हमारा ईश्क थोड़ा कम पड़ गया…