करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले !!
हमको ख़ुशी मिल भी गई तो कहा रखेगे हम आँखों में हसरतें है तो दिल में किसी का गम
वो जिसका बच्चा आठों पहर से भूखा हो बता खुदा वो गुनाह न करे तो क्या करे|
मैं अपनी चाहतों का हिसाब करने जो बेठ जाऊ तुम तो सिर्फ मेरा याद करना भी ना लोटा सकोगे ….
लगी है मेहंदी पावँ में क्या घूमोगे गावं मे…
असर धूप का क्या जाने जो रहते है छावं मे…!!
करलो एक बार याद मुझको….
हिचकियाँ आए भी ज़माना हो गया
मोहब्बत का असर मुझ से मत पूछ ऎ हमराह ,
तेरे बग़ैर भी हम उम्र भर तेरे रहेगें|
ना जाने कैसे इम्तेहान ले रही है जिदगी,
आजकल, मुक्दर, मोहब्बत और दोस्त
तीनो नाराज रहते है|
मिली है अगर जिंदगी तो मिसाल बन कर दिखाइये…
वर्ना इतिहास के पन्ने आजकल रिश्वत देकर भी छपते है|
ऊपर वाले मेरी तक़दीर सम्भाले रखना..!
जमींन के सारे खुदाओं से उलझ बैठा हूँ मैं..!!