वो जो अँधेरो में भी नज़र आए
ऐसा साया बनो किसी का तुम|
Tag: बेवफा शायरी
उफ़ ये गजब की रात
उफ़ ये गजब की रात और ये ठंडी हवा का आलम,
हम भी खूब सोते अगर उनकी बांहो में होते |
रात भर गहरी नींद
रात भर गहरी नींद आना इतना आसान नहीं…
उसके लिए दिन भर “ईमानदारी” से जीना पड़ता हैं….!!!
तुम आ जाओ
तुम आ जाओ मेरी कलम की स्याही बनकर
मैं तुम्हें अपनी ज़िन्दगी के हर पन्ने में उतार दू|
बताओ तो कैसे
बताओ तो कैसे निकलता है जनाज़ा उनका,
वो लोग जो अन्दर से मर जाते है…
ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को
ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे
को सलाम…
मंजिल पता है के मौत है
फिर भी दौड रही है….।।
हूँ जन्म से
हूँ जन्म से ही जिस्म में अपने किरायेदार…
मेरा सफ़र है इस मकान से उस मकान तक…
अकेले कैसे रहा जाता है
अकेले कैसे रहा जाता है,कुछ लोग यही सिखाने हमारी ज़िन्दगी में आते हैं……
तुम दिल में
तुम दिल में रहो इतना ही बहुत है,
मुलाकात की हमें इतनी जरूरत भी नहीं है !!
लफ्जों में जाहिर करूं
लफ्जों में जाहिर करूं तो मेरी ख़्वाहिश की तौहीन होगी,
तू मेरी रूह में उतर के समझ ले मेरी हसरतों को