आग लगी थी

आग लगी थी मेरे घर को,
किसी सच्चे दोस्त ने पूछा..!
क्या बचा है ?
मैने कहा मैं बच गया हूँ..!
उसने हँस कर कहा फिर साले जला ही क्या है..

बचपन में जब

बचपन में जब चाहा हँस लेते थे,
जहाँ

चाहा रो सकते थे.
अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए,
अश्कों को तनहाई ..

As U Wish

ए खुदा माना हर इन्सान कि ज़िन्दगी कि
किताब आपने लिखी है।
पर कुछ पन्नो पर तो ये लिख देते
“As U Wish”

Yoon Chup se

SUNO!
Yoon Chup se Na Raha Karo,
Khamosh Agar Ho Jate Ho,
Kuch WEHM sa Honay Lagta Hai,
Kahin Khafa to Nahi Ho,
Kahin UDAAS to Nahi Ho,
Tum Bolte

Achy Lagti Ho,
Tum Daant-Te Achy Lagti Ho,
Kabi Shararat se
Kabi

Ghussay se
Tum Hunstay Achy Lagte ho