खुशबू बनूं तेरी रूह की ,
महका दे तू मुझे |खो जांऊ मैं तुझमें ,
अपनाले तू मुझे ||
Tag: प्यारी शायरी
पिघलती बर्फ सी
पिघलती बर्फ सी है ये जवानीं !
जुड़ी है साथ सबके ये कहानीं !!
जुबां से आग फिर भी हैं वो लगाते !
सुना फ़ितरत भी उनकी है पुरानी !!
मुझे इस बात का ग़म
मुझे इस बात का ग़म नहीं की तुमबेवफा निकले,अफसोस तो इस बात का हैं कि लोग सच निकले…
हर लम्हे में शामिल है
मेरी मसरूफियत के हर लम्हे में शामिल है उसकी यादेँ…सोचो मेरी फुरसतों का आलम क्या होगा..
मुझे इस बात का
मुझे इस बात का ग़म नहीं की तुमबेवफा निकले,अफसोस तो इस बात का हैं कि लोग सच निकले…
कुछ तो शराफत सीख ले
कुछ तो शराफत सीख ले ऐ ‘मोहब्बत’ शराब से,
बोतल पे कम से कम लिखा तो है कि मैं जानलेवा हूँ..
मेरी दहलीज़ पर
मेरी दहलीज़ पर आ कर रुकी है..हवा_ऐ_मोहब्बत,
मेहमान नवाज़ी का शौक भी है उजड़ जाने खौफ भी…
रहे दो दो फ़रिश्ते साथ
रहे दो दो फ़रिश्ते साथ अब इंसाफ़ क्या होगा
किसी ने कुछ लिखा होगा किसी ने कुछ लिखा होगा
नसीहते न दो
नसीहते न दो, हम इश्क़ करने वालो को ,
ये आग और भी भड़क जायेगी कह दो बुझाने वालो से
झुठी शान के परिंदे
झुठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं,
तरक्की के बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती।