आज़ाद पंछी बनने का मज़ा ही
अलग है..
अपनी शर्तों पर जीने का….नशा
ही अलग है |
Tag: प्यार
मिलन की रुत से
मिलन की रुत से मुहोब्बत को तराशने वालों,
अकेले बैठ के रोना भी प्यार होता हैं..!!
समझ में नहीं आता
समझ में नहीं आता वफा करें तो किससे करें …!
मिट्टी से बने लोग
काग़ज़ के टुकडों पे बिक जाते हैं …!!
ख़्वाहिशों का कैदी
ख़्वाहिशों का कैदी हूँ,
मुझे हकीक़तें सज़ा देती हैं..
यूँ तो गलत नही
यूँ तो गलत नही होते अंदाज चेहरो के,
लेकिन लोग वैसे भी नही होते जैसे नजर आते है।
उस दुकान का पता
उस दुकान का पता दो जहा लिखा हो,
” साहिब ”
टूटे दिल का काम तसल्ली-बक्श
किया जाता हैं
विश्वास कीसी पे
विश्वास कीसी पे इतना करो वो तुम्हें फंसाते समय खुद को दोषी समजे
प्यार किसीसे इतना करो की उसके मन तुम्हें
खोने का डर हमेशा बना रहे….
सोचते हैं जान
सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें ,इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना ।
अर्थ लापता हैं
अर्थ लापता हैं या फिर शायद शब्द खो गए हैं,
रह जाती है मेरी हर बात क्यूँ इरशाद होते होते….
तुम आसमाँ की
तुम आसमाँ की बुलंदी से जल्द लौट आना
हमें ज़मीं के मसाइल पे बात करनी है..!