उम्र छोटी है तो क्या..
जीवन का हरेक मंजर देखा हैं..!
फरेबी मुस्कुराहटें देखी है..
बगल मे छुपा खंजर देखा हैं…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उम्र छोटी है तो क्या..
जीवन का हरेक मंजर देखा हैं..!
फरेबी मुस्कुराहटें देखी है..
बगल मे छुपा खंजर देखा हैं…
दूर रहा करो यारो मुझसे टुटा हुआ हु चुभ भी सकता हू!!
कभी हो मुखातिब तो कहूँ क्या मर्ज़ है मेरा,
अब तुम दूर से पूछोगे तो ख़ैरियत ही कहेंगे।
वैसे इतना हक तो बनता ही है मेरा तूम पर,
दूआ है तुम्हें कोई मेरी तरह ना चाहें..!!
हमारे दिल की हालत गेसु-ए-महबूब जाने है
परेशाँ की परेशानी परेशाँ ख़ूब जाने है !
हर वक्त मशगूल रहना, धोखा है जिंदगी का ..
कभी तन्हां भी बसर करो, आईने साफ दिखेंगे.!
तेरे चले जाने से,
मुझे ग़ज़लो का हुनर आया,
लिखा पहले भी बहुत,
पर असर अब आया..!!
मज़हब, दौलत, ज़ात, घराना, सरहद, ग़ैरत,
खुद्दारी,
एक मुहब्बत की चादर को, कितने चूहे कुतर
गए…
आज तन्हा हुए तो एहसास हुआ
कई घंटे होते हैं एक दिन में ……..
हज़ार दर्द शब-ए-आरज़ू की राह में है
कोई ठिकाना बताओ कि क़ाफ़िला उतरे|
लोग इतनी जल्दी बात नहीं मानते
जितनी जल्दी बुरा मान जाते हैं…