गुज़र जाते हैं ….

गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें .

यूं ही मुसाफिरों की तरह यादें

वहीं खडी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह….

मज़ा आता अगर

मज़ा आता अगर
गुजरी हुई बातों का अफ्साना,
कहीं से तुम बयां करते,
कहीं से हम बयां करते।।