चुप तुम थे चुप हम भी रहे
ना जाने कैसे ये किस्सा आम हो गया…
Tag: जिंदगी शायरी
हंसने पे भी
हंसने पे भी आ जाते हैं आँखों में आंसु
कुछ लोग मुझे ऐसी दुआ दे कर गये हैं |
मेरी हर एक अदा में
मेरी हर एक अदा में छुपी थी मेरी तमन्ना,
तुम ने महसुस ना की ये और बात है,
मैने हर दम तेरे ही ख्वाब देखें,
मुझे ताबीर ना मिली ये और बात है,
मैने जब भी तुझ से बात करनी चाही,
मुझे अलफाज़ ना मिले ये और बात है,
कुदरत ने लिखा था मुझको तेरी तमन्ना में
मेरी किस्मत में तुम ना थे ये और बात है|
ग़ज़ब ख़ूबसूरत है
ग़ज़ब ख़ूबसूरत है, तुम्हारा हर अन्दाज़,
इश्क़ में जलने का, मुहब्बत में जलाने का..!!
तेरे उतारे हुए
तेरे उतारे हुए दिन पहनके अब भी मैं,
तेरी महक में कई रोज़ काट देता हूँ !!
क्यूँ न कुछ इस तरह
क्यूँ न
कुछ इस तरह ये ज़िंदगी हो जाए
मैं हर्फ़ हो जाऊँ
और तू लफ्ज़ बनकर मुझमें उतर जाए !
बोले गए शब्द
बोले गए शब्द ही एसी चीज है जिसकी वजह से इंसान,
या तो दिल में उतर जाता है या दिल से उतर जाता है !!
हाथ गर खाली हो
हाथ गर खाली हो, तो ये ध्यान रखना …
घर जो लौटो, तो होठों पर मुस्कान रखना ..
बच्चों के छोटे हाथों को
बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दो
चार किताबें पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे|
रात भर भटका है
रात भर भटका है मन मोहब्बत के पुराने पते पे ।
चाँद कब सूरज में बदल गया पता नहीं चला ।।