मुहँ खोलकर तो

मुहँ खोलकर तो हँस देता हूँ मैं हर किसी के साथ…..
लेकिन दिल खोलकर हंसे मुझे ज़माने गुज़र गए !!

चल हो गया

चल हो गया फ़ैसला कुछ कहना ही नहीं,
तू जी ले मेरे बग़ैर मुझे जीना ही नहीं।।

जो मिलते हैं

जो मिलते हैं,
वो बिछड़ते भी हैं,
हम नादान थे…!!
एक शाम की, मुलाकात को,
जिंदगी समझ बैठे…!!