हमारे पास तो सिर्फ तेरी याद हैं…
जिंदगी तो उसे मुबारक जिसके पास तू हैं !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हमारे पास तो सिर्फ तेरी याद हैं…
जिंदगी तो उसे मुबारक जिसके पास तू हैं !
बांध लूँ हाथों पे, सीने पे सजा लूँ तुमको,
….
जी में आता है, अब तावीज़ बना लूँ तुमको !!!
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम…
जीने के बावजूद भी, मर जाते हैं कुछ लोग !
पहुंच हे हमारी चाँद तक ,
ये तारे भी हमें सलाम किया करते हैं
ये आसमा भी झुक जाता है….
जब हम आपको याद किया करते हैं..!
आज लफ्जों को मैने शाम को पीने पे बुलाया है
बन गयी बात तो ग़ज़ल भी हो सकती है
मेरे लिए
अहसास
मायने रखता है…
रिश्ते का नाम
चलो ,
तुम रख लो
उल्फत की जंजीर से डर लगता हैं,
कुछ अपनी ही तकदीर से डर लगता हैं,
जो जुदा करते हैं, किसी को किसी से,
हाथ की बस उसी लकीर से डर लगता हैं..
दिया है रब ने सबकुछ तो फिर फरियाद क्या करें..
दिल हो चाहत से परेशान तो जज़बात क्या करें..
आप सोचते होगे कि आज मुझे याद नहीं किया…
जब कभी भूले ही नहीं तुम्हें तो याद क्या करें।
जहर …
मरने के लिए थोडा सा.. !
लेकिन
जिंदा रहने के लिए ……. बहुत
सारा पीना पड़ता है .
ज़िन्दगी क्या है?
एक हसीन ख़्वाब है,
जिस को जीने की चाहत होनी चाहिये,
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये!